अनुशासन
सभी छात्र/छात्राओं से अनुशासन एवं उत्तम आचरण की अपेक्षा की जाती है।
उन्हें चाहिए कि वे अध्ययन कक्ष, पुस्तकालय, क्रीड़ा स्थल, महाविद्यालय प्रांगण
या बाहर अन्य किसी स्थान पर जहाँ पर भी हों शिष्ट व्यवहार का प्रदर्शन करें। अनुशासनहीनता, उद्दण्डता या किसी प्रकार के दुर्व्यवहार के लिए छात्र/छात्रओं को दण्डित किया जा सकता है। अतः स्वयं अनुशासित रहें और अन्य छात्र/छात्रओं को भी इसके लिए प्रेरित करें। किसी समस्या के लिए मुख्य नियंता
या नियंता मण्डल के सदस्यों से सम्पर्क करें।